सिमरन की महिमा










*🧘🏻‍♂सिमरन क्या है?🧘🏻‍♀*
*सिमरन अर्थ स्मरण जो हाथ पैरों से नहीं होता है, वर्ना दिव्यांग कभी नहीं कर पाते...*
*सिमरन ना ही आँखो से होता है, वर्ना सूरदास जी कभी नहीं कर पाते...*
*ना ही सिमरन बोलने से, सुनने से होता है वर्ना गूँगे बैहरे कभी नहीं कर पाते...*
*ना ही सिमरन धन और ताकत से होता है, वर्ना गरीब और कमजोर कभी नहीं कर पाते...*
👉 *सिमरन केवल भाव से होता है, एक अहसास है सिमरन... जो हृदय में प्रस्फुटित होता है...*
*जो हृदय से होकर विचारों में आता है और हमारी आत्मा से जुड़ जाता है। हमारे आत्मा से संसार तक सुगंध फैलाता है... स्मरण भगवान से हम तक सिधा संबंध बनाता है...*
*सिमरन भाव का सच्चा सागर है... बस इस सागर में हमें डुबकी लगाना है... 💞(कार्तिक महात्म्य)... राधे राधे*🙏🚩

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